28 Dec
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समान शिक्षा एवं उसका प्रारूप

शिक्षा के दो ही मूल उद्देश्य होते हैं – १. संस्कार २. रोजगार वर्तमान शिक्षा प्रणाली से इन दोनो ही उद्देश्यों की पूर्ति होती नहीं दिखती. देश में बढ़ते हुए अपराध और बेरोजगारी इसके ताजा उदाहरण हैं. इसलिए जिस शिक्षा  से ...